1 जुलाई से भारत मे डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत सरकार लोगों को तकनीक से जोड़ने के लिए कई अहम तकनीकी सेवाएं शुरू की जा रही है। डिजिटल इंडिया के तहत सरकार कम्युनिकेशन इंफास्ट्रक्चर एंड सर्विस की शुरुआत करेगी, जिसमें भारतनेट, वाई-फाई हॉट्स पॉट्स और नेक्स्ट जेन नेटवर्क जैसी सेवाओं शुरू की जाएंगी।
इसके अलावा डिजिटल प्रोडक्ट के तौर पर सरकार डिजिटल लॉकर, नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल, ई-हॉस्पिटल/ओआरएस, ई-साइन और डिजिटाइज इंडिया प्लेटफॉर्म (डीआईपी) लॉन्च करेगी। साथ ही सरकार पोर्टल और ऐप्स के तौर पर डिजिटल इंडिया पोर्टल एंड मोबाइल ऐप, MyGov मोबाइल ऐप, स्वच्छ भारत ऐप, आधार-मोबाइल अपडेट ऐप लेकर आएंगी।
डिजिलॉकर सभी दस्तावेज को सरल और सुरक्षित तरीके से रखरखाव का समर्पित स्थान है, जो प्रत्येक नागरिक की आधार संख्या से जुड़ा हुआ है। इस सुविधा के तहत सरकारी प्लेटफॉर्म पर हर नागरिक को इंटरनेट स्पेस (स्थान) मुहैया कराया जाएगा। यहां व्यक्ति को अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कॉर्ड जैसे अहम दस्तावेज स्कैन कर अपलोड और साझा करने में सहूलियत मिलेगी। डिजिलॉकर का उपयोग ई-दस्तावेज़ों का सुरक्षित रूप से संग्रह करने के साथ-साथ समान संसाधन पहचानकर्ता (यूआरआई) का संग्रह करने के लिए किया जा सकता है|
डिजिलॉकर कैसे काम करता है?
डिजिलॉकर की सुविधा का लाभ उठाने के लिए यूजर्स को https://digitallocker.gov.in पर अपना अकाउंट बनाना होगा। डिजिलॉकर मे साइन अप करने के लिए शुरुआती तौर पर यूजर्स के आधार कार्ड नंबर की आवश्यकता है।कैसे बनाएं डिजिलॉकर अकाउंट?
आधार कार्ड नंबर डालने के बाद यूजर्स के पास साइन-अप करने के दो तरीके हैं। इनमें से आप किसी भी एक विकल्प को चुन सकते हैं।- मोबाइल ओटीपी (OTP): यदि आपके पास आधार संख्या है जो आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा हो तो इस विधि का उपयोग करें। साइन-अप पेज पर आधार संख्या डालने के बाद “वन टाइन पासवर्ड” (OTP) एसएमएस के द्वारा आपके मोबाइल पर भेजा जाता है। सही पासवर्ड डालने के बाद यूजर्स के सामने यूजर्स नेम और पासवर्ड सेट करने का विकल्प खुल जाएगा।
- बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट): यदि आपके पास अपने कंप्यूटर में बायोमेट्रिक डिवायस लगा हुआ है, तो आप अपने अंगुली के निशान स्कैन करके साइन-अप कर सकते हैं। अगर यूजर्स के फिंगरप्रिंट सही पाए जाते हैं तो यूजर्स के सामने यूजर्स नेम और पासवर्ड सेट करने का विकल्प खुल जाएगा। इसके बाद साइन-अप प्रक्रिया पूरी होती है।
कैसे अपलोड करें डॉक्यूमेंट्स डिजिलॉकर अकाउंट में?
डिजिलॉकर अकाउंट में शुरुआती तौर पर यूजर्स को अपने दस्तावेज सुरक्षित रखने के लिए 1 जीबी स्टोरेज दी गई है।- डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने के लिए पहले डॉक्यूमेंट टाइप चुनें। यहां आपके पास एसएससी सर्टिफिकेट, एचएससी सर्टिफिकेट, पैन कार्ड, वॉटर आईडी कार्ड वैगरह चुनने के विकल्प होंगे।
- डिजिलॉकर अकाउंट में डॉक्यूमेंट अपलोड करते समय ध्यान रखें यूजर्स केवल प्ड्फ, जपग, ज्पया, प्ग, ब्म्प या जिफ फॉरमेट में ही फाइल अपलोड कर सकता हैं। और आपकी किसी भी फाइल का साइज 1 एमबी से ज्यादा ना हो|
- यहां यूजर्स अपने अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट फाइल का नाम भी दे सकते हैं।
- यहां 50 अक्षर के साथ अपलोड किए गए दस्तावेज से संबंधित कुछ जानकारी भरें।
- इसके बाद अपलोड बटन पर क्लिक करें। अब आपके अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट 'अपलोडेड डॉक्यूमेंट' सेक्शन में दिखाई देंगे।